किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना उन मेधावी छात्रों के लिए है जो बुनियादी विज्ञान का अध्ययन करते हैं और विज्ञान तथा अनुसंधान के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं। यहां बुनियादी विज्ञान का अर्थ बैचलर ऑफ साइंस, बैचलर ऑफ सोशल साइंस, बैचलर ऑफ स्टैटिक्स, बैचलर ऑफ मैथमेटिक्स आदि से है।इस योजना को केवीपीवाई के नाम से भी जाना जाता है। इस योजना के लिए उम्मीदवारों का एप्टिट्यूड टेस्ट होता है और उसमें पास होने वाले उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। जिसके लिए आवेदन ऑनलाइन भी किया जा सकता है। जुलाई वर्ष 2023 से इस योजना के लिए आवेदन आमंत्रित हैं।
किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना के लिए पात्रता। (Eligibility for Kishore Vaigyanik Protsahan Yojana.)
इस योजना में आवेदन के लिए पात्रता 3 चरणों पर होती है। जिसमें स्ट्रीम SA 11वीं कक्षा में पढ़ रहे विद्यार्थियों के लिए, स्ट्रीम SX 12वीं कक्षा में पढ़ रहे विद्यार्थियों के लिए और स्ट्रीम SB फर्स्ट ईयर अंडर ग्रेजुएट विद्यार्थियों के लिए होता है।
स्ट्रीम SA :
- जो विद्यार्थी 11वीं कक्षा में विज्ञान के के विषय के साथ शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और पिछली कक्षा में उन्होंने कम से कम 75% अंक प्राप्त किए हो। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ी जातियों तथा दिव्यांगों के लिए पिछली कक्षा में न्यूनतम 65% अंक प्राप्त होना अनिवार्य है।
- यदि ऐसे विद्यार्थी विज्ञान के क्षेत्र में ही आगे चलकर भविष्य बनाना चाहते हैं।
स्ट्रीम SX :
- वह छात्र जो 12वीं कक्षा में विज्ञान विषय के साथ पढ़ाई कर रहे हैं और आगे चलकर विज्ञान के क्षेत्र में ही स्नातक की शिक्षा में दाखिला लेना चाहते हैं, इस योजना के पात्र हैं। पिछली कक्षा में उनके न्यूनतम अंक 75% सामान्य वर्ग के लिए और 65% अंक अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़े वर्ग तथा दिव्यांगों के लिए अनिवार्य है।
- 12वीं कक्षा में भी उन्हें कम से कम 60 % अंक प्राप्त करना अनिवार्य है।
- यदि छात्र 12वीं कक्षा पूरी करने के पश्चात विज्ञान के क्षेत्र में ही स्नातक की शिक्षा प्राप्त करते हैं ।
- वह छात्र जो द्वितीय वर्ष में है और कैंब्रिज इंटरनेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड से अंडरग्रैजुएट की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, आवेदन कर सकते हैं।
स्ट्रीम SB :
- वह छात्र जो बुनियादी विज्ञान में स्नातक के पहले वर्ष की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं और 12वीं की परीक्षा में न्यूनतम 60% अंक सामान्य वर्ग, 50% अंक अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग या दिव्यांग प्राप्त कर चुके हैं, आवेदन कर सकते हैं।
- 12वीं की परीक्षा पहले ही शैक्षणिक वर्ष में पूरी की जानी चाहिए।
किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना के लिए आवेदन कैसे करें? (How to apply for Kishore Vaigyanik Protsahan Yojana?)
किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना के आवेदन के लिए आपको www.kvpy.iisc.ernet.in की वेबसाइट पर जाना होगा। आवेदन फॉर्म भरने से पहले आवेदक को पात्रता मापदंड को अच्छी तरह समझ लेना चाहिए।
- उम्मीदवार को आवेदन फॉर्म में अपनी मूल जानकारी तथा शैक्षणिक जानकारी भरनी होती है।
- उम्मीदवार के फोटोग्राफ और हस्ताक्षर की फोटो आवेदन फॉर्म में अपलोड की जाती है।
- जब आप आवेदन फॉर्म को भर लेते हैं तो उसे जमा करने से पहले एक बार अच्छे से पढ़ लेना चाहिए तत्प्श्चात आवश्यक सुख के साथ आप आवेदन फॉर्म को जमा कर सकते हैं।
- फॉर्म जमा करने के पश्चात आपको उसका एक प्रिंटआउट भी ले लेना चाहिए।
- इस योजना के लिए पात्र उम्मीदवार को यह सूचित किया जाता है कि वह किसी की तरह के दस्तावेज का प्रिंट आउट या फोटोस्टेट कॉपी आईआईएससी बैंगलोर के पते पर ना भेजें।
किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना का आवेदन शुल्क कितना है? (What is the application fee of Kishore Vaigyanik Protsahan Yojana?)
- इस योजना के आवेदन के लिए उम्मीदवार को 1000 सामान्य वर्ग और 500 अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़े वर्ग तथा भी दिव्यांगों के लिए अनिवार्य है।
- इस आवेदन शुल्क को इंटरनेट के माध्यम से क्रेडिट कार्ड, डैबिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग द्वारा ऑनलाइन और इसके अतिरिक्त ई चालान द्वारा भी भरा जा सकता है।
किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना के लिए एग्जाम पैटर्न : (Exam Pattern for Kishore Vaigyanik Protsahan Yojana)
- यह परीक्षा ऑनलाइन कंप्यूटर बेस्ट होती है।
- यह परीक्षा हिंदी तथा अंग्रेजी दो भाषाओं में होती है।
- इस परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार (ऑब्जेक्टिव टाइप) प्रश्न पूछे जाते हैं।
- यह परीक्षा 3 घंटों की होती है।
- यह परीक्षा कुल 100 अंकों की होती है।
किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना का पाठ्यक्रम। (Syllabus of Kishore Vaigyanik Protsahan Yojana.)
इस योजना की परीक्षा के लिए किसी विशेष प्रकार का पाठ्यक्रम तैयार नहीं किया गया है क्योंकि इस परीक्षा का उद्देश्य छात्रों की विज्ञान तथा तकनीक से संबंधित योग्यता और जानकारी को परखना है। फिर भी जो प्रश्न पूछे जाते हैं वह 10वीं, 11वीं, 12वीं, बीएससी, बी एस , बी मैथमेटिक्स आदि के फर्स्ट ईयर के पाठ्यक्रम के आधार पर ही पूछे जाते हैं।