डीमेट अकाउंट किसे कहते हैं और यह किस काम आता है? (What is Demat account and what is it used for?)
वर्ष 1996 से पहले बड़े स्तर पर व्यापार मूलरूप से शारीरिक तौर पर होता था परन्तु उसके बाद वह स्थान डीमेट अकाउंट ने ले लिया जिसे नैशनल स्टॉक एक्सचेंज के द्वारा पेश किया गया था| डीमेट अकाउंट का पूरा नाम डीमटेरियलाइज़्ड अकाउंट है| यह निवेशकों/शेयर होडर्स को शेयर्स तथा प्रतिभूतियों को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में रखने की सुविधा प्रदान करता है| अब बड़ी आसानी के साथ ऑनलाइन सुविधा के माध्यम से शेयर्स बेचे या खरीदे जा सकते हैं| एक डीमेट अकाउंट में एक ही जगह पर शेयर्स, सरकारी प्रतिभूतियों, म्युचुअल फंड, बॉन्ड और एक्सचेंज ट्रेड फंड रखना निवेशकों के लिए सुविधाजनक हो गया है| अब कोई भी व्यक्ति मात्र 5 मिनट में डिमैट अकाउंट खोल सकता है।
डीमैट अकाउंट कैसे खोलें? (How to open Demat Account?)
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको स्टॉकब्रोकर्स जैसे कि Zerodha, Groww, Angel One आदि से संपर्क करना पड़ता है। जहां आप एक ऑनलाइन अकाउंट ओपनिंग फॉर्म को भरते हैं और यह क्रिया पूरी तरह पेपरलेस होती है। इसके लिए आपको कहीं पर भी जाने की जरूरत नहीं होती है। आप अपने मोबाइल या लैपटॉप के माध्यम से ही इस फॉर्म को भर सकते हैं। इस प्रक्रिया को स्टेप बाय स्टेप समझें :
- डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट को खोजें
सबसे पहले आप उस डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट का चयन करें जिसकी आप सेवाएं लेना चाहते हैं। डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट उस संस्था को कहते हैं जो व्यापारी तथा निवेशकों के बीच मध्यस्थ का काम करती है।
- अपनी बुनियादी जानकारी उपलब्ध करवाएं
इस चरण में आपको अपनी बुनियादी जानकारी उपलब्ध करवानी होती है जैसे कि आपका नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल एड्रेस, पैन कार्ड/ आधार कार्ड आदि।
- अपने बैंक डिटेल जमा करें
तीसरे चरण में आपको अपने बैंक का विवरण देना होता है। जैसे कि आपका नाम, खाता नंबर, खाते का प्रकार, बैंक का नाम, आईएफएससी कोड आदि।
- दस्तावेज़ अपलोड करें
इस चरण में आपको फॉर्म के अंदर भरे गए दस्तावेजों को अपलोड करना होता है जैसे कि आपका फोटो, तथा वह दस्तावेज जिनसे आपके पते और पहचान की पुष्टि हो सके। जैसे कि आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि।
- व्यक्तिगत सत्यापन
इस चरण में आपको अपने दिए गए दस्तावेजों का सत्यापन स्वयं ही करना होता है। इसके लिए आपको कहीं बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है। अब आपको किसी भी एजेंट की प्रतीक्षा करने की आवश्यकता नहीं होती।
- तुरंत और आसान पहुंच
अब डिमैट अकाउंट के माध्यम से आप तुरंत तथा बड़ी ही सरलता के साथ इंटरनेट के माध्यम से अपने निवेश की जांच कर सकते हैं और वर्तमान तथा भविष्य के लिए अपने धन को और अधिक करने के निश्चय ले सकते हैं।
- लाभार्थियों तक आसान पहुंच
इतना सब करने के पश्चात आपका एक डीमेट अकाउंट बन कर तैयार हो जाता है और प्रत्येक डिमैट अकाउंट दूसरे से अलग होता है। जब भी आपको कोई शेयर या प्रतिभूति खरीदते हैं तो उसके ट्रांजैक्शन इसी अकाउंट में होती है।
डीमैट अकाउंट खुलवा दें समय किन बातों का ध्यान रखें? (What are the things to be kept in mind while opening a Demat account?)
आजकल सभी शेयर दलाल डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट एक साथ खुलवाते हैं लेकिन यदि आप केवल डिमैट अकाउंट ही खोल रहे हैं तो आपके लिए यह अति आवश्यक है कि आप उसके साथ ट्रेडिंग अकाउंट भी खोलें और उसको डीमैट अकाउंट के साथ लिंक करें। इसके लिए आपको कुछ सावधानियां बरतनी होती हैं जैसे कि –
ब्रांड विश्वसनीय हो –
जिस किसी भी कंपनी के साथ आप डिमैट अकाउंट खुलवाना चाह रहे हैं यह पता करना अति आवश्यक है कि वह संस्था सेबी (SEBI) के द्वारा रजिस्टर्ड है या नहीं और इसके अतिरिक्त वह सरकार द्वारा दी गई गाइडलाइंस को पूरा कर रहे हैं या नहीं।
सुरक्षा –
इस बात की पुष्टि भी होने अति आवश्यक है कि जिसके साथ आप डिमैट अकाउंट बनाना चाह रहे हैं वह आपके अकाउंट की जानकारी को पूर्ण रूप से गुप्त रखेगा या नहीं।
ब्रोकर्स की फीस –
इसके लिए आपको यह भी जानना चाहिए कि जिस संस्था के साथ आप डीमैट अकाउंट खोल रहे हैं उसमें ब्रोकरेज की फीस कितनी है?
डीमैट अकाउंट के प्रकार (Types of Demat Account)
भारत में डिपॉजिटरी प्रतिभागियों के द्वारा तीन प्रकार के डीमैट अकाउंट उपलब्ध कराए जाते हैं।
नियमित डीमैट खाता –
यदि आप भारत में रहते हैं और निरंतर निवेश तथा इक्विटी ट्रेडिंग में सक्रिय रहते हैं तो नियमित डीमैट खाता आपके लिए सर्वश्रेष्ठ चयन है। इसमें शुल्क आपको इस पर निर्भर करता है कि आपका अकाउंट किस सब्सक्रिप्शन का है? कितने वॉल्यूम का है आदि।
प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता –
इस प्रकार का डीमैट खाता उन भारतीयों के लिए बहुत लाभदायक है जो विदेशों में रहते हैं यानी कि एन आर आई। इसके माध्यम से वह विश्व के किसी भी कोने में बैठे हुए भारत की स्टॉक मार्केट में किसी भी समय निवेश कर सकते हैं परंतु इसके लिए यह भी आवश्यक है कि उनका डिमैट अकाउंट NRE बैंक अकाउंट से लिंक होना चाहिए।
ग़ैर – प्रत्यावर्तनीय डिमैट अकाउंट –
यह अकाउंट भी प्रत्यावर्तनीय डीमेट अकाउंट के समान ही है और विदेशों में रहने वाले भारतीयों के लिए ही है परंतु इसके माध्यम से फण्ड को विदेशों में ट्रांसफर नहीं किया जा सकता है। इस तरह का अकाउंट भी NRO बैंक अकाउंट के साथ लिंक होना चाहिए।
डीमैट अकाउंट कंपनियों की सूची – (List of Demat Account Companies -)
- ICICI direct Demat account
- Upstox
- Choice
- Zerodha
- Angel Broking
- 5Paisa
- Sherkhan Demat account
- Motilal Oswal Demat account
- Kotak securities Demat account
- Axis Direct Demat account
- Bajaj Financial Security Limited